बिज़नेस लोन लेना अब स्टार्टअप्स, व्यापारियों, रीटेल विक्रेताओं और निर्माताओं के लिए कोई बड़ी बात नही रह गयी है । एक बिज़नेस लोन का उपयोग वर्किंग कैपिटल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए और अपने व्यवसाय में विस्तार के लिए किया जा जाता है,
जैसेकी उपकरण व मशीनरी खरीदना, कैश फ्लो को नियंत्रण में रखना , काम करने वालो की ट्रेनिंग, नए काम करने वालो को काम पर रखना आदि । हालांकि, बिज़नेस लोन लेने के से पहले, यह महत्वपूर्ण है व्यवसाय का क्रेडिट / सिबिल स्कोर अच्छा होना आवश्यक है ।
सिबिल स्कोर 300 से 900 होता है जिसमें 700 से अधिक सिबिल स्कोर वालो को कम बिज़नेस लोन की ब्याज़ दर दरों पर बिज़नेस लोन का लाभ उठाने के लिए अच्छा माना जाता है । कम सिबिल स्कोर वाले व्यवसायों का मतलब यह नहीं है कि उन्हें लोन लेने से वंचित कर दिया जाता हैं लेकिन अपेक्षा के अनुसार कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है । उनके लिए हमारे पास आसान बिज़नेस लोन ऑफर प्राप्त करने के लिए कुछ सुझाव और विकल्प इस प्रकार से हैं ।
कम सिबिल में बिज़नेस लोन कैसे प्राप्त कर सकते हैं?
अगर आपको तत्काल आधार पर बिज़नेस लोन लेने की आवश्यकता है और आपका कम सिबिल स्कोर लोने लेने में बाधा के रूप में काम कर रहा है, तो आप ऐसे कारणों में निम्नलिखित तरीकों को अपना सकते हैं:-
- स्मॉल फाइनेंस बैंकों या माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से संपर्क करें:-
आमतौर पर, ये लोन कम्पनियाँ मुख्य तौर पर किसी आवेदक की फाइनेंशियल स्थिरता और पहले की भुगतान क्षमता के साथ-साथ फाइनेंशियल और लोन दोष अगर हो तो उसपर नज़र रखते हैं । यदि वे सभी जानकारी सही पाते हैं तो बिज़नेस लोन की मंजूरी की संभावना अधिक होती है । हालांकि, प्राइवेट या पब्लिक सेक्टर के बैंकों की तुलना में बिज़नेस लोन की ब्याज़ दर अधिक हो सकती है ।
- नॉन-बैकिंग फाइनेंस कंपनियों :-
यदि आपके व्यवसाय का सिबिल स्कोर कम है, तो नॉन-बैकिंग फाइनेंस कंपनियों बिज़नेस लोन प्राप्त करने का दूसरा सबसे अच्छा विकल्प है । ये वह लोन संस्थान हैं जिनके पास बैंकिंग लाइसेंस नहीं हैं, लेकिन ये कंपनिया लोन और क्रेडिट कार्ड प्रदान कर सकते हैं लेकिन अधिक ब्याज दर पर ।
- बैंक से ओवरड्राफ्ट सुविधा प्राप्त करें :-
ओवरड्राफ्ट लोन का एक रूप है जिसमें लोन कंपनियों द्वारा कुल लोन लिमिट को मंज़ूरी दी जाती है । बिज़नेस लोन की ब्याज़ दर की कैल्कुलेशन सिर्फ उपयोग की गई राशि पर की जाती है जो कुल स्वीकृत लिमिट है । यदि किसी ग्राहक का बैंक के साथ अच्छे संबंध हैं और उसका बैंक में करंट या सेविंग अकाउंट है, तो वह ओवरड्राफ्ट का लाभ उठा सकता है और व्यवसाय से संबंधित उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग कर सकता है । बैंक आमतौर पर क्रेडिट लिमिट को मंज़ूरी देने से पहले सिबिल स्कोर की जांच नहीं करते हैं ।
- टॉप बैंकों के साथ सिक्योर्ड लोन के लिए आवेदन करें:-
सिक्योर्ड लोन एक प्रकार का बिज़नेस लोन ही है जिसमें ग्राहक को बैंक में कोलेटरल/ कुछ गिरवी रखना होता है जैसे संपत्ति, उपकरण, सोना, कच्चा माल, स्टॉक, इन्वेंट्री आदि । जो कि बैंक के रिस्क को कम करता है और लोन अप्रूवल को आसान बनाता है, भले ही आवेदक का सिबिल स्कोर कम होने के बावजूद बैंक कोलेटरल रख कर ग्राहक को लोन प्रदान कर देता हैं ।
- पीयर-टू-पीयर लेंडिंग की मदद लें:-
कम सिबिल स्कोर के साथ, बिज़नेस लोन प्राप्त करना काफी मुश्किल हो जाता है। आप पीयर-टू-पीयर लेंडिंग से लोन प्राप्त करने का प्रयास कर सकते हैं । इस तरह की संस्थाओं द्वारा दिए जाने वाले लोन की राशि काफी कम होती है और आवेदकों से किसी भी प्रकार के कोलेटरल या सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है । हालांकि, बिज़नेस लोन की ब्याज़ दर काफी ज्यादा है ।
खराब क्रेडिट या कम सिबिल स्कोर के साथ एक कम समय के लिए बिज़नेस लोन प्राप्त करने के लिए, आपको अपने फाइनेंशियल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए पहले अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए । प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंकों द्वारा 700 से ज़यादा का सिबिल या क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है ।
इसके अलावा, आप नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों , स्मॉल फाइनेंस बैंक , माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशंस , क्राउडफंडिंग, पीओएस लोन संस्थान, पीयर-टू-पीयर लेंडिंग, आदि के साथ आवेदन कर सकते हैं । ये संस्थान आपके वर्तमान वित्तीय स्वास्थ्य, आय के स्रोत, व्यवसाय की स्थिरता और पुनर्भुगतान क्षमता के आधार पर आपको बिज़नेस लोन देते हैं । जबकि , आपको पब्लिक या निजी क्षेत्र के मुख्य बैंकों के मुकाबले इन लोन कंपनियों से लोन लेने पर ज़्यादा ब्याज देना पड़ जाता है ।