दुनिया के सात अजूबे: यह दुनिया बहुत मनमोहक है । इस दुनिया मे प्रकृति के पेड़ पौधे, नदिया, पहाड़, पर्वत तथा अनेक प्राकृतिक चीज़ों के मेल मिलन से ये दुनिया और भी मनमोहक बनती जा रही है । दुनिया मे इमारतों के कलाकृति के आधार पर दुनिया मे 7 अजूबो की सूची तैयार की गई है । दुनिया के सात 7 अजूबों को चुनने की पहल सबसे पहले 1999 में शुरू की गई थी । जिसकी शुरुआत सर्वप्रथम स्वीटजरलैंड से की गई ।
इन सात अजूबो का चयन करने हेतु एक फाउंडेशन की स्थापना की गई तथा इस फाउंडेशन के द्वारा एक नई साईट बनवाई गई । जिसमें पूरे विश्व की 200 धरोहरों की एक सूची तैयार की गई, तथा इस लिस्ट के माध्यम से उन सात अजूबो को चुनने के लिए वोटिंग कराई गई जो की इंटरनेट और टेली फ़ोन के द्वारा संपन्न की गई ।
7 जुलाई 2007 को चुने गए इन सात अजूबो की अंतिम घोषणा लिस्बन पुर्तगाल में “कैनेडियन-स्विस बर्नार्ड वेबर” के नेतृत्व में सभी सर्वेक्षण को पूरा करने के बाद किया गया । अब इन इमारतों को दुनिया के 7 अजूबो के नाम से जान जाता है ।
दुनिया के 7 अजूबे Seven Wonders of the World in Hindi
- चीन की दीवार
- ताजमहल
- पेट्रा
- क्राइस्ट रिडीमर
- माचू पिच्चु
- कोलोज़ीयम
- चिचेन इत्जा
चीन की दीवार – Great Wall of China
चीन की दीवार मिट्टी और पत्थर से बनी एक किलेनुमा दीवार है जिसे चीन के विभिन्न शासको के द्वारा उत्तरी हमलावरों से रक्षा के लिए 5वी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर 16वी शताब्दी तक बनवाया गया। चीन की दीवार की कुल लंबाई 21,196 कि.मी है । अंग्रेजी भाषा में यह दीवार ‘ग्रेट वॉल ऑफ चाइना’ के नाम से जाने जाती है ।
इस दीवार का निर्माण चीन के कई राजाओ द्वारा अलग-अलग समय पर करवाया गया । चीन में इस दीवार को ‘वान ली चैंग चेंग’ के नाम से भी जाना जाता है। इस दीवार को चीनी राजाओ द्वारा देश की रक्षा के लिए बनाया गया था लेकिन यह दीवार चीन की रक्षा नही कर सकी क्योंकि चंगेज खान ने 1211 में इसे तोड़ कर चीन पर हमला कर दिया था ।
ताजमहल – Taj Mahal (Agra, India)
ताजमहल भारत देश के आगरा शहर में स्थित है । ताजमहल का निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था। 1631 ईस्वी में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था । ताजमहल का निर्माण मुगल वास्तुकला में हुआ है । 1653 ईस्वी में ताजमहल का निर्माण सम्पूर्ण हुआ था ।
इस महल के निर्माण में लगभग 3.20 करोड़ रुपये का खर्च हुआ था । 2007 में इसे विश्व के 7 अजूबो में शामिल किया गया तथा इसे 7 अजूबो का विजेता घोषित किया गया । ताजमहल की ऊँचाई 73 मीटर है । ताजमहल को भारत की इस्लामी कला का रत्न भी कहा जाता है । ताजमहल को प्रेम प्रतीक भी कहा जाता है क्योंकि इसे शाहजहा ने अपनी पत्नी की याद में बनाया था ।
पेट्रा – Petra (Jordan)
पेट्रा पुराने समय में निर्मित जॉर्डन में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है जो आधा निर्मित और आधा चट्टान में तराशे जाने के लिए प्रसिद्ध है । पेट्रा में पत्थरों के लाल रंग होने के कारण पेट्रा को रोज सिटी के नाम से जाना जाता है । इसे यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया गया है ।
पेट्रा को लगभग 312 ईसा पूर्व में स्थापित किया गया था, इसके बाद यह रोमन शासन के अधीन आ गया था। पेट्रा में जॉर्डन की मुद्रा जॉर्डन दिनार है। पेट्रा की ऊँचाई 810 मीटर है । पेट्रा पहले पलेस्टिना 3 के बीजान्टिन प्रांत की राजधानी हुआ करती थी । पेट्रा मृत सागर और लाल सागर के मध्य स्थित है । जुलाई 2007 में पेट्रा को विश्व के नए 7 अजूबों की लिस्ट में शामिल किया गया ।
क्राइस्ट रिडीमर – Christ the Redeemer Statue (Rio de Janeiro)
क्राइस्ट द रिडीमर ब्राज़ील के रियो डी जेनेरो में स्थापित है । यह ईसा मसीह की एक प्रतिमा है जिसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आर्ट डेको स्टैच्यू कहा जाता है । यह प्रतिमा तिजुका फोरेस्ट नेशनल पार्क में कोर्कोवाडो पर्वत की चोटी पर स्थित है ।
यह प्रतिमा मजबूत कांक्रीट और सोपस्टोन से बनी है तथा इसका निर्माण 1922 और 1931 के बीच किया गया था । ईसाई धर्म के प्रतीक के रूप में यह प्रतिमा रियो और ब्राजील की एक पहचान बन गयी है। इस प्रतिमा का वजन 635 मीट्रिक टन है । यह प्रतिमा चौकोर पत्थर के आसन आधार पर स्थापित है, जो 26 फीट (8 मीटर) उची है ।
माचू पिच्चु – Machu Picchu (Peru)
माचू पिच्चू दक्षिण अमेरिकी के देश पेरू मे स्थित एक कोलम्बस-पूर्व युग, इंका सभ्यता से संबंधित ऐतिहासिक स्थल है । यह समुद्र तल से 2,430 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है । इसे “इंकाओं का खोया शहर “ भी कहा जाता है । 7 जुलाई 2007 को विश्व के सात नए आश्चर्यों में माचू पिच्चू को जोड़ा गया था ।
माचू पिच्चू को 1983 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल की दर्जा दिया गया । माचू पिचू को इसे पवित्र स्थान भी माना जाता है । दुनिया के इस अजूबे की खोज 1911 में अमेरिकी इतिहासकार श्रेय हीरम बिंघम द्वारा की थी ।
कोलोज़ीयम – The Roman Colosseum (Rome)
कोलोसियम इटली देश के रोम नगर के मध्य में स्थित रोमन साम्राज्य का सबसे विशाल एलिप्टिकल एम्फीथिएटर है। इसे रोमन आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग का उत्कृष्ट नमूना भी माना जाता है । इसका निर्माण तत्कालीन शासक वेस्पियन द्वारा 70-72वीं ईस्वी में प्रारंभ कराया गया था ।
कोलोसियम आकर्षक संरचना को बनाने में पत्थरों और ईंटों के साथ 1.1 मिलियन टन कंक्रीट इस्तेमाल हुआ था । इस स्टेडियम में योद्धाओं के बीच मात्र मनोरंजन के लिए खूनी लड़ाईयाँ हुआ करती थी तथा इस स्टेडियम की क्षमता 70000 दर्शकों की थी ।
चीचेन इट्ज़ा – Chichen Itza (Yucatan Peninsula, Mexico)
चीचेन इट्ज़ा या चिचेन इत्ज़ा कोलम्बस-पूर्व युग में माया सभ्यता द्वारा बनाया गया बड़ा शहर था । यह मैक्सिको देश मे स्थित है । चिचेन इट्ज़ा नाम का अर्थ होता है कुएं के किनारे । पूर्व-कोलंबियाई माया सभ्यता द्वारा चिचेन इट्ज़ा को नौवीं और बारहवीं शताब्दी के बीच बनाया गया था ।
चिचेन इट्ज़ा बड़े पिरामिड मंदिर के लिए काफी मशहूर है और इसको पत्थरों से बनाया गया था । चिचेन इट्ज़ा की खोज 514 A.D में पादरी लकिन चैन ने की थी । चिचेन इट्ज़ा में स्थित चर्च को ला इग्लेसिया के नाम से जाना जाता है ।
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FAQ
Ans : दुनिया भर की सात अजूबों में भारत का ताजमहल शामिल है।
Ans : दुनिया के 7 नए अजूबे है ।
Ans : क्राइस्ट द रिडीमर
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है की आपको दुनिया के सात अजूबे के बारे में जानकरी मिल गयी होगी और अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और अगर आपको कुछ भी सवाल पूछना है तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते है ।