NCERT books का नाम तो आपने जरूर सुना होगा। या तो आपने स्कूलिंग के टाइम सुना होगा या फिर नौकरी की तैयारी करते हुए। आपके मन में यह सवाल तो जरूर आया होगा कि NCERT का पूरा नाम क्या है? चलिए आज हम आपको एनसीईआरटी के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
इसके बाद आपकी NCERT को लेकर सारी जिज्ञासा समाप्त हो जाएंगी। आइए एनसीईआरटी के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
NCERT की फुल फॉर्म क्या है – NCERT Full Form in Hindi
एनसीईआरटी का पूरा नाम अंग्रेजी में National Council of educational ResearchResearch and Technology है। इसको हिंदी में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद बोलते हैं। NCERT भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया एक संस्थान है। जिसकी स्थापना 1961 को की गई थी। एनसीईआरटी का मुख्यालय नई दिल्ली में मौजूद है।
NCERT का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में केंद्र तथा राज्य सरकारों को सलाह देना है। इसके द्वारा स्कूली शिक्षा से संबंधित नीतियों का निर्माण किया जाता है।
NCERT का क्या काम है?
एनसीईआरटी के द्वारा स्कूली शिक्षा से संबंधित कार्य किए जाते हैं। यह छात्रों के हित में बनाई गई संस्था है। जो शिक्षा को और कैसे बेहतर बनाए जाए इस पर काम करती है। इसी से संबंधित अनुसंधान का कार्य एनसीईआरटी करती है। आपने भी यह देखा होगा कि पहले की एनसीईआरटी किताबें, आज की एनसीईआरटी की किताबों से भिन्न है। इनमें बदलाव समय की मांग के अनुसार किया गया है।
एनसीईआरटी का मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है।
- राष्ट्रीय पाठ्य रूपरेखा को लागू करना।
- विद्यार्थियों के विचारों में सुधार करना।
- प्राइमरी शिक्षा का आधुनिकीकरण करना।
- शिक्षकों को आज की मांग के अनुसार शिक्षित करना।
- करके सीखने पर बल देना।
- क्वांटिटी की जनरेट क्वालिटी पर ध्यान देना।
NCERT के सहयोगी संस्थान कौन से हैं?
NCERT अपने सहयोगी संस्थानों के साथ मिलकर काम करती है। आइए NCERT सहयोगी संस्थानों के बारे में जानते हैं।
- National Institute of audio visual education
- National fundamental Education Centre
- National Institute of Mul Shiksha Sansthan
- Madhyamik Shiksha Sansthan nideshalay
- Central Bureau shaikshik margdarshan
- Central Bureau textbook research
- Central Institute of Education
NCERT इतना उपयोगी क्यों है?
एनसीईआरटी आज के परिपेक्ष्य में विद्यार्थियों की जरूरतों को देखता है। यह बच्चों के सीखने पर बल देता है। इसलिए यह स्कूली शिक्षा पर रिसर्च का काम करता है। समय-समय पर शिक्षकों को छात्रों को कैसे पढ़ाना चाहिए, उसका प्रशिक्षण भी शिक्षकों को देता है। भारत सरकार तथा राज्य सरकार NCERT के द्वारा दी गई गाइडलाइंस को अपने education system मे शामिल करते हैं।
NCERT के द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के आधार पर ही शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। इसके अलावा एनसीईआरटी पहली से लेकर कक्षा 12 तक syllabus का भी आकलन करता रहता है। जरूरत की चीजे इसमें जोड़ी जाती हैं तथा फालतू चीजों को सिलेबस में से हटा दिया जाता है। यह एनसीईआरटी की ही बदौलत है, आजIndian education system कितना सफल हुआ है।
NCERT द्वारा हाल में दी गई गाइडलाइंस क्या हैं?
एनसीईआरटी समय-समय पर स्कूली शिक्षा पर अपने दिशा निर्देश देता रहता है। जिसमें आज की परिस्थितियों में क्या सुधार किए जाने हैं, उनको सरकार को बताता है। सरकार उसी अनुरूप नियम कानून लेकर आती है। जिससे विभिन्न कमियों को सुधारा जा सके।
आज के समय में NCERT करके सीखो पर ज्यादा बल देता है। वह शिक्षकों को सिलेबस पूरा ना करने पर बल देता है।क्योंकि उसका मानना है, छात्रों को हमको रट्टू तोता नहीं बनाना है। इसलिए शिक्षकों को छात्रों के जीवन से जुड़े हुए अनुभव से सीखने पर बल देता है। इसी वजह से B.Ed और बीटीसी के सिलेबस में नए नए बदलाव किए जा रहे हैं।
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FAQ
Ans : NCERT की स्थापना 27 जुलाई 1961 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत संस्थान के रूप में की गयी थी।
Ans : NCERT का मुख्यालय नयी-दिल्ली में है।
अंतिम शब्द
उम्मीद है की आपको NCERT की फुल फॉर्म के बारे में पता चल गया होगा और अगर आपको NCERT के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गयी होगी तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर करे और कोई सवाल है तो निचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है ।