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CID का फुल फॉर्म क्या है – CID Ka Full Form

CID Ka Full Form: आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है CID का पूरा नाम क्या होता है और इसको किसने बनाया था और यह कैसे काम करता है और अगर आप CID में भर्ती होना कहते है तो उसके लिए क्या क्या करना होगा ।

आपने CID के बारे में न्यूज़ या फिर टीवी में सुना होगा और कैसे बहुत ही आसानी के साथ CID कोई भी केस को हल कर लेती है।

CID Ka Full Form

CID की बहुत सी ब्रांच होती है जैसे की अपराध शाखा, आतंकवाद-रोधी विंग, एंटी-नारकोटिक्स सेल, एंटी-ह्यूमन ट्रैफ़िकिंग एंड मिसिंग पर्सन सेल, फ़िंगर प्रिंट ब्यूरो, बैंक धोखाधड़ी, डॉग स्क्वायड और मानवाधिकार विभाग।

जब भी किसी जगह पर क्राइम होता है तो सबसे पहेले पुलिस को केस दिया जाता है और अगर यह केस पुलिस से सोल्वे नहीं होता है तो CID को दिया जता है और CID अपने तरीके से केस को हल कर लेती है।

CID का फुल फॉर्म क्या है?

CID की फुल फॉर्म Crime Investigation Department होती है। और हिंदी में CID को अपराध जांच विभाग कहा जाता है। CID एक ऐसी जांच एजेंसी है जो केवल राज्य स्तर के अपराधिक मामलों की जाँच करती है ।

C – Crime

I – Investigation 

D – Department

CID क्या करता है?

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CID भारतीय राज्य पुलिस की एक जांच और खुफिया शाखा है। यह पुलिस संगठन की सबसे महत्वपूर्ण इकाइयों में से एक है और इसका नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) करता है।

CID का पुणे में मुख्यालय है और सरकार द्वारा सौंपे गए निर्दिष्ट मामलों की जांच करता है। ब्रिटिश सरकार द्वारा 1902 में पुलिस आयोग की सिफारिश पर देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए इसका गठन किया गया था।

विभाग के पास अधिकारियों की अपनी रैंक होती है जो आमतौर पर सादे कपड़ों में काम करते हैं। इन अधिकारियों को जासूस या सीआईडी अधिकारी के रूप में जाना जाता है ।

CID का मुख्य कार्य बलात्कार, हत्या, चोरी, डकैती आदि आपराधिक मामलों की जांच करना है । यह तथ्यों को इकट्ठा करता है, आपराधिक मामलों और धोखाधड़ी के लिए सबूत और अपराधियों को पकड़ता है।

उसके बाद अभियुक्त को अदालत के भीतर सबूत के साथ प्रस्तुत करता है। ये जांच अपराध के स्तर के आधार पर कई शहरों, और राज्यों में हो सकती है। मामलों की जांच के लिए CID टीम स्थानीय पुलिस की मदद भी लेती है।

सीआईडी की शाखाएं

CID की बहुत सी शाखाएं है और इनके नाम आप नीचे देख सकते है-

  • CB-CID
  • Dog Squad
  • Bank Frauds
  • Anti Narcotics Cell
  • Missing Person Cell
  • Anti Terrorism Wing
  • Finger Print Bureau
  • Anti Human Trafficking
  • Human Rights Department

CID की स्थापना

CID को ब्रिटिश सरकार द्वारा 1902 में पुलिस आयोग की सिफारिशों के आधार पर बनाया गया था। सीआईडी का मुख्यालय पुणे में है। CID को देश के भीतर कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए गठित किया गया था।

विभाग के पास अधिकारियों की अपनी रैंक होती है जो आमतौर पर सादे कपड़ों में काम करते हैं। इन अधिकारियों को जासूस या सीआईडी अधिकारी के रूप में जाना जाता है। 1929 में, इस विभाग को विशेष शाखा, CID और अपराध शाखा CID (CB-CID) में विभाजित किया गया।

CID ऑफिसर बनने के लिए योग्यता

CID ऑफिसर बनने कुछ मापदंड होते है जिसको पूरा करना होता है उसके बाद ही आप CID ऑफिसर बन सकते है-

  • उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • CID में एक कांस्टेबल के रूप में शामिल होने के लिए आपको कम से कम 12वीं पास होना जरुरी ।
  • म्मीदवार के पास एक उत्कृष्ट स्मृति, तेज आँखें, चरित्र का अच्छा निर्णय, एक टीम में काम करने की क्षमता और साथ ही अकेले में काम करने की क्षमता होना चाहिए ।
  • CID अधिकारी बनने के लिए, भारतीय लोक सेवा परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा जो हर साल संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाती है।
  • एक सब इंस्पेक्टर या अधिकारी के रूप में CID ​​में शामिल होने के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक है ।
  • CID ऑफिसर के लिए पुरुष और महिला दोनों आवेदन कर सकते है।

CID में अधिकारियों की रैंक

CID में सब अधिकारी की अलग अलग रैंक होती है उनमे से कुछ रैंक निचे दिए हुए है-

  • सिपाही (Constable)
  • उप- निरीक्षक (Sub- Inspectors)
  • निरीक्षकों (Inspectors)
  • अधीक्षकों (Superintendents)
  • अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (Additional Director General of Police)
  • पुलिस महानिरीक्षक (IGP)

CID अधिकारी की सैलरी

CID में बहुत सारी शाखाएं होती है और सभी शाखाएं में सैलरी भी अलग अलग होती है शुरुयात में रु 8000 से रु25000 तक को सैलरी प्रतिमाह दी जाती है और यह सैलरी Experience के साथ साथ बढती रहेती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

CID की स्थापना कब हुई थी?

वर्ष 1902 में

CID का मुख्यालय कहाँ स्थित है?

पुणे में

CID की स्थापना किसने की थी?

ब्रिटिश सरकार ने

अंतिम शब्द

उम्मीद है की आपको पता चल गया होगा की CID का फुल फॉर्म क्या है और CID कैसे काम करती है और अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और कोई भी सवाल है तो आप हमें निचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है।

Naresh Kumar
Naresh Kumarhttps://howgyan.com
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