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फ़ातिमा शेख़ का जीवन परिचय, इतिहास – Fatima Sheikh Indian Educator Biography,Life Story,Google Doodle

Fatima Sheikh Biography: क्या आप फ़ातिमा शेख़ को जानते हैं? तो आज हम जानने वाले है की फ़ातिमा शेख़ कौन है और गूगल ने फातिमा को उनकी 191वीं जयंती पर डूडल बनाकर सम्मानित किया है ।

फातिमा शेख ने लड़कियों, खासकर दलित और मुस्लिम समुदाय की लड़कियों को शिक्षित करने में सन्‌ 1848 के दौर में अहम योगदान दिया था। फातिमा शेख ने दलित महिलाओं को शिक्षित करने का प्रयास करने वाली सावित्रीबाई फुले और महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ काम किया था ।

फ़ातिमा शेख़ का जीवन परिचय

गूगल के डूडल बनाने के साथ ही सभी लोग ये जानने के लिए बेचैन हो गए हैं कि आखिर फातिमा शेख कौन थीं जिनके लिए Google ने इतना बड़ा सम्मान दिया है? आइये इस पोस्ट में हम आपको फातिमा शेख की जीवनी से जुड़ी सारी जानकारी विस्तार से बताते हैं ।

फ़ातिमा शेख़ का जीवन परिचय, इतिहास – Fatima Sheikh Biography, Wikipedia, Life Story, Google Doodle

जब फूले दम्पत्ती को उनकी जाति और न ही उनके परिवार और सामुदायिक सदस्यों ने उन्हें उनके इस काम में साथ नहीं दिया। आस-पास के सभी लोगों द्वारा त्याग दिया गया, तब जोड़ी ने आश्रय की तलाश में रहने और समाज के उत्पीड़न के लिए अपने शैक्षिक सपने को पूरा करने के लिए। अपनी खोज के दौरान, वे एक मुस्लिम आदमी उस्मान शेख घर आए, जो पुणे के गंज पेठ में रह रहे थे (तब पुना के नाम से जाना जाता था)।

उस्मान शेख ने फुले के जोड़ी को अपने घर की पेशकश की और परिसर में एक स्कूल चलाने पर सहमति व्यक्त की। 1848 में, उस्मान शेख और उसकी बहन फातिमा शेख के घर में एक स्कूल खोला गया था।

यह कोई आश्चर्य नहीं था कि पूना की ऊँची जाति से लगभग सभी लोग फ़ातिमा और सावित्रीबाई फुले के खिलाफ थे, और सामाजिक अपमान के कारण उन्हें रोकने की भी कोशिश थी। यह फातिमा शेख थी जिन्होंने हर संभव तरीके से दृढ़ता से समर्थन किया और सावित्रीबाई के समर्थन का समर्थन किया।

फातिमा शेख ने सावित्रीबाई फुले के साथ उसी स्कूल में पढ़ना शुरू किया। सावित्रीबाई और फातिमा सागुनाबाई के साथ थे, जो बाद में शिक्षा आंदोलन में एक और नेता बन गए थे। फातिमा शेख के भाई उस्मान शेख भी ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले के आंदोलन से प्रेरित थे।

उस अवधि के अभिलेखागारों के अनुसार, यह उस्मान शेख था जिन्होंने अपनी बहन फातिमा को समाज में शिक्षा का प्रसार करने के लिए प्रोत्साहित किया।

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जब फातिमा और सावित्रीबाई ने ज्योतिबा द्वारा स्थापित स्कूलों में जाना शुरू कर दिया, तो पुणे से लोग स्वयं को परेशान करते थे और उन्हें दुरुपयोग करते थे। वे पत्थर फैंकते थे और कभी-कभी गाय का गोबर उन पर फैंका गया था क्योंकि यह अकल्पनीय था।

फ़ातिमा शेख़ का जीवन परिचय – Fatima Sheikh Indian Educator Biography

फातिमा शेख का जन्म आज ही के दिन यानी 9 जनवरी 1831 को पुणे में हुआ था । वह अपने भाई उस्मान के साथ रहती थीं। जब फूले दंपती को दलित व गरीबों को शिक्षा देने के विरोध में  उनके पिता ने घर से निकाल दिया था तो उस्मान शेख व फातिमा ने उन्हें शरण दी थी ।

स्वदेशी पुस्तकालय की स्थापना शेख के घर में ही हुई थी। यहीं फातिमा शेख और फुले दंपती ने समाज के गरीब व वंचित तबकों व मुस्लिम महिलाओं को शिक्षा देने का काम शुरू किया था। 

पुणे के इसी स्कूल में उन लोगों को शिक्षा देने का महायज्ञ शुरू हुआ था, जिन्में जाति, धर्म व लिंग के आधार पर उस वक्त शिक्षा से वंचित रखा जाता था। 

फातिमा बच्चों को अपने घर में पढ़ने बुलाने के लिए घर-घर जाती थीं । वह चाहती थीं कि भारतीय जाति व्यवस्था की बाधा पार कर वंचित तबके के बच्चे पुस्तकालय में आएं और पढ़ें ।

वह फुले दंपती की तरह जीवन भर शिक्षा व समानता के लिए संघर्ष में जुटी रहीं । अपने इस मिशन में उन्हें भारी अवरोधों का भी सामना करना पड़ा। समाज के प्रभावशाली तबके ने उनके काम में रोड़े डाले । उन्हें परेशान किया गया, लेकिन शेख व उनके सहयोगियों ने हार नहीं मानी । 

फ़ातिमा शेख़ की उम्र – Fatima Sheikh Age

फातिमा शेख का जन्म 9 जनवरी 1831 को पुणे में हुआ था । वह अपने भाई उस्मान के साथ रहती थीं । और अगर उम्र की बात करे तो अगर वो आज जिन्दा होती तो उनकी उम्र 191 साल होती ।

गूगल ने बनाया डूडल

सर्च इंजन गूगल ने आज यानी 9 जनवरी को खास डूडल बनाया है। Google ने पहली महिला शिक्षिका फातिमा शेख को उनके 191 जन्मदिन पर डूडल बनाकर याद किया है ।

fatima sheikh doodle

फातिमा शेख जैसी देश में कई ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने देश व समाज की बेहतरी के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। लेकिन सरकार और समाज ने आजतक इनको वो सम्मान नहीं दिया जिनकी वो हकदार थी।

भारत सरकार ने 2014 में अन्य अग्रणी भारतीय शिक्षकों के साथ-साथ उर्दू पाठ्यपुस्तकों में उनकी प्रोफ़ाइल को प्रदर्शित करके उनकी उपलब्धियों पर नई रोशनी डाली ।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

फ़ातिमा शेख़ का जन्म कब हुआ था ?

फातिमा शेख का जन्म 9 जनवरी 1831 को पुणे में हुआ था ।

फ़ातिमा शेख़ कौन थी?

फ़ातिमा शेख एक भारतीय शिक्षिका थी, जो सामाजिक सुधारकों, ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले की सहयोगी थी ।

फ़ातिमा शेख़ का जीवन परिचय, इतिहास – Fatima Sheikh Indian Educator Biography – Video

अंतिम शब्द

उम्मीद है की आपको पता चल गया होगा की फ़ातिमा शेख़ कौन थी और उनके जीवन परिचय, इतिहास के बारे में जानकारी मिल गयी होगी और अगर आपको यह जानकारी पसंद आई तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें और कोई सवाल है तो आप हमें निचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है ।

Naresh Kumar
Naresh Kumarhttps://howgyan.com
इनका नाम नरेश कुमार है और यह इस ब्लॉग के Founder है । वोह एक Professional Blogger हैं जो SEO, Technology, Internet से जुड़ी विषय में रुचि रखते है । इनको 2 वर्ष से अधिक SEO का अनुभव है और 4 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे है। इनके द्वारा लिखा गया कंटेंट आपको कैसा लगा, कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। आप इनसे नीचे दिए सोशल मीडिया हैंडल पर जरूर जुड़े।

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