आज के इस पोस्ट में हम कुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है (Qutub Minar ki Lambai Kitni Hai) और क्या आप यह सब गूगल पर सर्च करते रहेते है की कुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है और इस मीनार को किसने और कब बनाया है ।
आपको बता दू की कुतुब मीनार भारत में दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित, ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है ।
कुतुब मीनार दिल्ली का महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों में से एक है और यहाँ हर साल लाखो पर्यटक आते है और आज हम इसी कुतुब मीनार के बारे में चर्चा करेंगे की इसकी लम्बाई क्या है और इसको किसने बनाया था और इसका नाम कैसे पड़ा यह सब आपको इस पोस्ट में देखने को मीलेगा ।
कुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है | Qutub Minar Ki Lambai Kitni Hai
अगर कुतुब मीनार की लम्बाई या फिर ऊँचाई की बात करे तो इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर (237.86 फीट) है और अगर व्यास की बात करे तो 14.3 मीटर है और जो ऊपर जाकर शिखर पर 2.75 मीटर (9.02 फीट) हो जाता है ।
कुतुब मीनार को किसने बनवाया – Kutub Minar ko Kisne Banvaya
कुतुब मीनार का निर्माण सन् 1193 में कुतुबद्दीन ऐबक ने दिल्ली के अंतिम हिंदू राज्य की हार के तुरंत बाद करवाया था । दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबद्दीन ऐबक ने ईस्वी सन् 1200 में कुतुब मीनार का निर्माण करवाना शुरू किया था । कुतुबद्दीन ऐबक ने इसकी एक मंजिल या एक फ्लोर ही बनवाया था । सन् 1210 में कुतुबद्दीन ऐबक की मृत्यु हो गयी ।
इसके बाद सन् 1220 में ऐबक उत्तराधिकारी और पोते इल्तुतमिश ने इस मीनार में तीन मंजिल और बनवा दी थी । अब कुतुब मीनार चार मंजिला हो गया ।
इसके बाद सन् 1368 में सबसे ऊपर वाली मंजिल (चौथी मंजिल) बिजली कङकने की वजह से टूट कर गिर गई । इसके बाद फिरोज शाह तुगलक ने एक बार फिर से कुतुब मीनार का निर्माण करवाना शुरू किया और इसका पुनर्निर्माण करवाने के साथ ही फिरोज शाह तुगलक ने बलुआ पत्थर व मार्बल से दो नई मंजिलें बनावा दी अर्थात् उसने चौथी मंजिल और पाँचवीं मंजिल का निर्माण करवाया ।
कुतुबद्दीन ऐबक ने कुतुब मीनार का निर्माण करवाना शुरू किया था और इल्तुतमिश ने इसको पूरा करवाया था और सन् 1369 ई. में फिरोजशाह तुगलक नें मीनार को दुर्घटना के कारण टूट जाने के बाद दुरुस्त करवाया था । कुतुब मीनार को बनाने वाले सूफी संत ’बख्तियार काकी’ थे । ऐसा माना जाता है कि इस मीनार का नक्शा तुर्की की भारत में आने से पहले ही बनवाया गया था ।
कुतुब मीनार कहाँ स्थित है ?
कुतुब मीनार भारत में दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित, ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है । कुतुब मीनार (Qutub Minar) दिल्ली के महरौली क्षेत्र में ’कुतुब काॅम्पलेक्स’ में क़ुतुब मीनार स्थित है । कुतुब काॅम्पलेक्स को यूनेस्को ने ’विश्व धरोहर’ घोषित किया है । कुतुब काॅम्पलेक्स को यूनेस्को ने ’वर्ल्ड हेरिटेज साइट’ का दर्जा दिया है ।
कुतुब मीनार का इतिहास
अफ़गानिस्तान में स्थित, जाम की मीनार से प्रेरित एवं उससे आगे निकलने की इच्छा से, दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक क़ुतुबुद्दीन ऐबक, ने सन ११९३ में आरंभ करवाया, परंतु केवल इसका आधार ही बनवा पाया । उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसमें तीन मंजिलों को बढ़ाया और सन १३६८ में फीरोजशाह तुगलक ने पाँचवीं और अंतिम मंजिल बनवाई । मीनार को लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है, जिस पर कुरान की आयतों की एवं फूल बेलों की महीन नक्काशी की गई है ।
कुतुब मीनार लाल और बफ सेंड स्टोन से बनी भारत की सबसे ऊंची मीनार है । 13वीं शताब्दी में निर्मित यह भव्य मीनार राजधानी, दिल्ली में खड़ी है। इसका व्यास आधार पर 14.32 मीटर और 72.5 मीटर की ऊंचाई पर शीर्ष के पास लगभग 2.75 मीटर है ।
इस संकुल में अन्य महत्वपूर्ण स्मारक हैं जैसे कि 1310 में निर्मित एक द्वार,अलाइ दरवाजा, कुवत उल इस्लाम मस्जिद; अलतमिश, अलाउद्दीन खिलजी तथा इमाम जामिन के मकबरे; अलाइ मीनार सात मीटर ऊंचा लोहे का स्तंभ आदि ।
गुलाम राजवंश के क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने ए. डी. 1199 में मीनार की नींव रखी थी और यह नमाज़ अदा करने की पुकार लगाने के लिए बनाई गई थी तथा इसकी पहली मंजिल बनाई गई थी, जिसके बाद उसके उत्तरवर्ती तथा दामाद शम्स उद्दीन इतुतमिश (ए डी 1211-36) ने तीन और मंजिलें इस पर जोड़ी ।
इसकी सभी मंजिलों के चारों ओर आगे बढ़े हुए छज्जे हैं जो मीनार को घेरते हैं तथा इन्हें पत्थर के ब्रेकेट से सहारा दिया गया है, जिन पर मधुमक्खी के छत्ते के समान सजावट है और यह सजावट पहली मंजिल पर अधिक स्पष्ट है ।
कुवत उल इस्लाम मस्जिद मीनार के उत्तर – पूर्व ने स्थित है, जिसका निर्माण क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने ए डी 1198 के दौरान कराया था। यह दिल्ली के सुल्तानों द्वारा निर्मित सबसे पुरानी ढह चुकी मस्जिद है । इसमें नक्काशी वाले खम्भों पर उठे आकार से घिरा हुआ एक आयातकार आंगन है और ये 27 हिन्दु तथा जैन मंदिरों के वास्तुकलात्मक सदस्य हैं, जिन्हें क़ुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा नष्ट कर दिया गया था, जिसका विवरण मुख्य पूर्वी प्रवेश पर खोदे गए शिला लेख में मिलता है ।
आगे चलकर एक बड़ा अर्ध गोलाकार पर्दा खड़ा किया गया था और मस्जिद को बड़ा बनाया गया था। यह कार्य शम्स उद्दीन इतुतमिश ( ए डी 1210-35) द्वारा और अला उद्दीन खिलजी द्वारा किया गया था ।
इतुतमिश (1211-36 ए डी) का मकबरा ए डी 1235 में बनाया गया था । यह लाल सेंड स्टोन का बना हुआ सादा चौकोर कक्ष है,जिसमें ढेर सारे शिला लेख, ज्यामिति आकृतियां और अरबी पै इसमें से कुछ नमूने इस प्रकार हैं: पहिए, झब्बे आदि ।
अलाइ दरवाजा, कुवात उल्ल इस्माल मस्जिद के दक्षिण द्वार का निर्माण अला उद्ददीन खिलजी द्वारा ए एच 710 ( ए डी 1311) में कराया गया था, जैसा कि इस पर तराशे गए शिला लेख में दर्ज किया गया है । यह निर्माण और सजावट के इस्लामी सिद्धांतों के लागू करने वाली पहली इमारत है ।
अलाइ मीनार, जो कुतुब मीनार के उत्तर में खड़ी हैं, का निर्माण अला उद्दीन खिलजी द्वारा इसे कुतुब मीनार से दुगने आकार का बनाने के इरादे से शुरू किया गया था ।
वह केवल पहली मंजिल पूरी करा सका, जो अब 25 मीटर की ऊंचाई की है। क़ुतुब के इस संकुल के अन्य अवशेषों में मदरसे, कब्रगाहें, मकबरें, मस्जिद और वास्तुकलात्मक सदस्य हैं । यूनेस्को को भारत की इस सबसे ऊंची पत्थर की मीनार को विश्व विरासत घोषित किया है ।
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कुतुब मीनार नाम कैसे पड़ा ?
कुतुब मीनार (Qutub Minar) का नाम दिल्ली सल्तनत के राजा ’कुतुबद्दीन ऐबक’ के नाम पर रखा था । कुछ इतिहासकार मानते हैं सूफी संत ’ख्वाजा-कुतुबद्दीन बख्तियार काकी’ के नाम क़ुतुब मीनार का नाम रखा गया था ।
कुतुब मीनार की विशेषता – Kutub Minar Ki Visheshta
- कुतुब मीनार की लम्बाई 73 मीटर है ।
- कुतुब मीनार सीधी खड़ी न होकर थोड़ी सी झुकी हुई है ।
- कुतुब मीनार में कुल 379 सीढ़ियां है ।
- कुतुब मीनार की पूरी संरचना लाल बलुआ पत्थर का उपयोग करके बनाई गई है ।
- यूनेस्को ने भारत की इस सबसे ऊंची पत्थर की मीनार को विश्व विरासत घोषित किया है ।
- कुतुब मीनार लाल और बफ सेंड स्टोन से बनी भारत की सबसे ऊंची मीनार है ।
Frequently Asked Questions
Ans : क़ुतुब मीनार भारत में दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित, ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है ।
Ans : आधार पर इसका व्यास (डाइएमीटर) 14.3 मीटर और टॉप पर केवल 2.7 मीटर है । कुतुब मीनार का निर्माण दिल्ली के पहले मुस्लिम बादशाह कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1199 ईसवी में शुरू कराया था ।
Ans : क़ुतुब मीनार की लम्बाई 72 मीटर है ।
Ans : कुतुब मीनार की मीनार के अंदर 379 सीढ़ियाँ हैं, जो ऊपर की ओर जाती हैं ।
Ans : कुतुब मीनार 5 मंजिला है ।
Ans : क़ुतुब मीनार
Ans : 27 हिन्दू-जैन मंदिरों को तोङकर बनवाई गई थी ।
कुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है ? [विडियो]
निष्कर्ष
तो उम्मीद है की आपको पता चल गया होगा की कुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है ? और इसके साथ ही आपको यह भी पता चल गया होगा की इसकी क्या विशेषता है और इस मीनार को किसने और कब बनाया था और अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले ।