किसी भी देश के लोगों की बुनियादी जरूरत दो वक्त की रोटी होता है। चाहे गरीब हो या अमीर सबको खाना चाहिए। इसलिए देश में food security के लिए एक व्यवस्था की जरूरत है। सभी देश अपने अपने इलाके में खाद्यान्न सुरक्षा को लेकर विभिन्न योजनाएं बनाते आए हैं। ऐसी ही एक योजना भारत सरकार द्वारा FCI की स्थापना को लेकर है।
आज की post बहुत जानकारी भरी होने वाली है। क्योंकि आज आप FCI Full Form – FCI का फुल फॉर्म क्या है? और एफसीआई से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। चलिए देर न करते हुए पोस्ट को शुरू करते हैं।
FCI Full Form – FCI का फुल फॉर्म क्या है?
एफसीआई का पूरा नाम अंग्रेजी में Food Corporation of India है। जिसको हिंदी में भारतीय खाद्य निगम है। FCI की स्थापना का मुख्य उद्देश्य देश में खाद सुरक्षा को सुनिश्चित करना था।
क्योंकि आजादी के बाद से हमारे देश में भुखमरी से मरने वाले लोगों की जनसंख्या ज्यादा थी। भुखमरी इसलिए ज्यादा थी क्योंकि देश में poverty ज्यादा थी। जिस वजह से हर साल लाखों लोग भुखमरी से मर जाते थे।
हमारे देश के policy makers द्वारा इस समस्या को गंभीरता से लिया गया। इसी वजह से FCI जैसे खाद्यान्न संस्थान का निर्माण हुआ। एफसीआई के निर्माण की वजह यही थी कि देश में खाद्यान्नों का भंडारण किया जा सके और उसके बाद एक ऐसी पूरी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे जहां खाद्यान्न की जरूरत है वहां तुरंत खाद्यान्नों को भेजा जा सके। ताकि भुखमरी की समस्या का सामना ना करना पड़े।
FCI की स्थापना कब की गई
एफसीआई की स्थापना 1965 में की गई थी। FCI का हेड क्वार्टर नई दिल्ली में है। Food Corporation of India के द्वारा देश के अलग-अलग शहरों में stock बनाया गया। जिसका उद्देश्य सरकार द्वारा किसानों से सीधा खाद्यान्न लेकर वहां पर जमा करना था। फिर वह खाद्यान्न सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए यानि राशन कार्ड द्वारा गरीब लोगों तक पहुंचाया जाता था।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी कि PDS system यह भी food security के तहत एक हिस्सा था। क्योंकि एफसीआई में फूड को तो स्टोर कर लिया गया। लेकिन महत्वपूर्ण समस्या तो गरीबों तक अनाज पहुंचाना था। इसलिए राशन व्यवस्था इसमें बहुत महत्वपूर्ण होने वाला था।
एक और बात यह थी कि जब कभी किसी राज्य या शहर में अनाज की कमी हो जाती थी तो वहां के कुछ व्यापारी इसका फायदा उठाकर, अनाज का दाम बहुत ऊंचा पहुंचा देते थे। जिससे गरीब लोग अनाज नहीं खरीद पाते थे। वे भुखमरी का शिकार हो जाते थे।
वहीं दूसरी तरफ यह कुछ व्यापारी किसानों से भी सस्ता अनाज ले लेते थे। और अपना निजी स्टॉक कर लेते थे। जिससे खूब पैसा लूटते थे। इन पर लगाम लगाने के लिए ही एफसीआई की व्यवस्था शुरू की गई। इससे ना केवल किसानों को उनकी फसल का तय मूल्य मिला बल्कि गरीबों को भी अनाज सस्ता मिला।
FCI की कुछ कमियां
विगत कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि भारत के एफसीआई गोदामों में अनाज सड़ता हुआ पाया गया है। यह बहुत दुख की बात है। अभी भी हमारे देश में एक तिहाई आबादी भूखे पेट सोती है। ऐसे में अनाज की ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होनी चाहिए। सरकार ने भी ऐसे कामों पर action लिया है।
यही वजह है कि भारत का एफसीआई इतना सफल हो पाया है। FCI एशिया का सबसे बड़ा फूड स्टोरेज है।
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FAQ
Ans : एफसीआई का पूरा नाम अंग्रेजी में Food Corporation of India है। जिसको हिंदी में भारतीय खाद्य निगम है।
Ans : 1965 में, खाद्य निगम अधिनियम, 1964 के तहत, विभाग में भारतीय खाद्य निगम (FCI) की स्थापना की गई थी, क्योंकि देश खाद्यान्न, विशेष रूप से गेहूं की भारी कमी का सामना कर रहा था।
अंतिम शब्द
उम्मीद है की आपको FCI की फुल फॉर्म के बारे में पता चल गया होगा और अगर आपको FCI के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गयी होगी तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर करे और कोई सवाल है तो निचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है ।