गुस्सा शायरी | Gussa Shayari in Hindi
आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा ,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे ।
हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यार
हर किसी को नजर नही आता है ।
तेरे बाद जो भी रिश्ता बनेगा, उसका नाम मजबूरी है,
छोड़ दो सब गुस्सा मेरी जान, क्या दूर होना इतना जरूरी है?
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है ,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है ।
ये जो मेरे गुस्से को भी मुस्कुराहट में बदल देते हो,
बस यही वजह कि तुम दिल को इतना भाते हो।
थोड़े गुस्से वाली थोड़ी नादान हो तुम ,
पर जैसी भी हो मेरी जान हो तुम ।
कभी-कभी खुद पर ही गुस्सा आ जाता
है, कि मुझे इतना गुस्सा क्यो आता है.
हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यार
हर किसी को नजर नही आता है ।
ये जो मासूम लोग होते है न ,
वो गुस्से में भी रोने लगते है ।
तुम्हारा गुस्सा भी इतना प्यारा है कि
दिल करता है तुम्हे दिन भर तंग करते रहे ।
जब आप अपने गुस्से पर काबू पा लेते हो,
तो आप अपने आप पर काबू पा लेते हो।
जो इंसान अपने आप को नहीं समझ सकते,
सबसे ज्यादा वही गुस्सा होते है।
हर बात पर न यूँ हमें ग़ुस्सा करें हुज़ूर,
कुछ बद-मिज़ाज लोग भी हैं, जऱा देखा करें हुज़ूर।
देखों इस अजीब तरह से भी इश्क़ हमसें निभाती है वो,
हमी पे गुस्सा कर फ़िर कंधे पर सर रख सो जाती है वो।
लड़ते बहुत है गुस्सा भी बहुत है,मगर
गुस्सा बाहर से है मोहब्बत अंदर से है.
किसी बुज़दिल की सूरत घर से बाहर निकलता है,
मेरा ग़ुस्सा किसी कमज़ोर के ऊपर निकलता है।
तुम्हारे चेहरे पर गुस्सा देख कर ना जाने क्यूँ,
तुम पर और भी प्यार आने लगता हैं।
बेपनाह मोहब्बत का एक ही उसूल है
मिले या ना मिले तू हर हाल मे कबूल है !
जिन्हें गुस्सा आता हैं वो लोग सच्चे होते है,
मैंने झूठो को अक्सर मुस्कराते हुए देखा है।
गुस्से में भी उसका प्यार दिखता है,
तकलीफ़ भले मुझको दे, दर्द उसको होता है।
आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा ,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे ।
किस बात पर गुस्सा है, ये पूछने
वाला हो तो,मुस्कान क़भी नहीं जाती।
ज़िन्दगी को कुछ ऐसे जी जाना है,
धोखा-खाना और गुस्सा पी जाना है।
रूबरू था कोई शख्स आइने में मुझसे,
गुस्से में मुझे देखकर वो रोने लग गया।
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है ,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है ।
गुस्से और आंधी से होने का नुकसान ,
इनके थम जाने के बाद नजर आता है ।
मोहब्बत में शक और गुस्सा वो ही करता है ,
जो कभी भी तुम्हे खोना नही चाहता ।
कुछ लोग इतने कमाल होते है ,
कि बिन वजह गुस्से से लाल होते है ।
गुस्से से गया शख्स वापिस आ जायेगा,
खामोशी से गया शख्स वापिस नहीं आएगा।
गुस्सा बहुत चतुर होता है अक्सर
कमजोर पर ही निकलता है।
कोई और तकलीफ दे तो गुस्सा बहुत आता है,
पर जब कोई अपना तकलीफ दे, तो रोना बहुत आता है।
न तेरी शान कम होती न रूतबा ही घटा होता ,
जो गुस्से में कहा तुमने वही हंस के कहा होता ।
मोहब्बत मे शक और गुस्सा वही करता है
जो आपको खुद से ज्यादा प्यार करता है !
आपके गुस्से से लोगों को फर्क पड़े,
अपने गुस्से को इतना मजबूत बनाए।
गुस्सा क्यों करते हो बात-बात पर तुम,
शक ज्यादा करते हो या प्यार ?
खुद की कमियों पर गुस्सा करना सिखिए ,
आपका व्यक्तित्व निखरता चला जायेगा ।
जो हमेशा गुस्से में रहे उसे छोड़ना जरूरी है ,
ऐसे मूर्ख इंसान का घमंड तोड़ना जरूरी है ।
गुस्से में कभी इतना रायता ना फैलाओ ,
की चाहकर भी उसे सिमेट ना पाओगे ।
कैसे कह दें कि उनके कुछ नहीं लगते हम,
उनके गुस्से पर आज भी हमारा ही हक है।
बेवजह किसी पर गुस्सा ना करना ऐ दोस्त,
सुना है अक्सर रिश्ते बिखर जाया करते हैं।
गुस्सा बहुत चतुर होता है ,
अक्सर कमजोर पर ही निकलता है ।
वैसे तो बहुत अच्छा हूं मै ,
सिर्फ गुस्सा ना आने तक ।
जिन्हें गुस्सा आता हैं वो लोग सच्चे होते है,
मैंने झूठो को अक्सर मुस्कराते हुए देखा है।
मोहब्बत मे शक और गुस्सा वही करता है,
जो आपको खुद से भी ज्यादा प्यार करता है।
बेवजह किसी पर गुस्सा ना करना ऐ दोस्त,
सुना है अक्सर रिश्ते बिखर जाया करते हैं।
ज़िन्दगी को कुछ ऐसे जीना है,
धोखा खाना और गुस्सा पीना है।
बेहद गुस्सा करते हो आजकल नफरत
करने लगे हो या मोहब्बत ज्यादा हो गयी.
तुम्हारे चेहरे पर गुस्सा देख कर ना जाने क्यूँ,
तुम पर और भी प्यार आता हैं।
गुस्से में अक्सर लोग
कड़वा सच बोल ही देते है ।
गुस्सा क्यों करते हो बात-बात पर
तुम,शक ज्यादा करते हो या प्यार.
बस यही सोचकर की, क्या कहेगा ये जमाना..
गुस्से को काबू में करके, पड़ता है मुझे मुस्कुराना..!
थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादान हो तुम
लेकिन जैसे भी हो मेरी जान हो तुम !
थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादान हो
तुम मगर जैसे भी हो मेरी जान हो तुम ।
मोहब्बत में गुस्सा वही करता है ,
जिसमें मोहब्बत कूट-कूट के भरी होती है ।
ज़िन्दगी को कुछ ऐसे जीना है,
धोखा खाना और गुस्सा पीना है।
गुस्से में अक्सर लोग
कड़वा सच बोल ही देते है ।
गुस्से में कभी इतना रायता ना फैलाओ,
की चाहकर भी उसे सिमेट ना पाओगे.
तुम्हारा गुस्सा भी इतना प्यारा है की,
दिल करता है तुम्हे दिन भर तंग करते रहे।
जिन्हें गुस्सा आता है, वो लोग सच्चे होते हैं,
मैंने झूठों को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा है।
वैसे तो बहुत अच्छा हूँ मैं
पर सिर्फ गुस्सा न आने तक !
मै मुस्कुरा कर अपनी किस्मत
पर सारा गुस्सा उतार देता हूँ ।
तुम्हारे चेहरे पर गुस्सा देख कर ना जाने क्यूँ,
तुम पर और भी प्यार आता हैं।
मै मुस्कुरा कर अपनी किस्मत
पर सारा गुस्सा उतार देता हूँ ।
जो हमेशा गुस्से में रहे उसे छोड़ना जरूरी है ,
ऐसे मूर्ख इंसान का घमंड तोड़ना जरूरी है ।
मुझे गुस्सा उन पर नहीं खुद पर आता है,
के मैंने इतनी ज्यादा उन्हें मोहब्बत क्यों दी थी।
गुस्से में भी शब्दों का चुनाव ऐसा होना चाहिए,
की कल गुस्सा उतरे तो खुद की नजरों में शर्मिंदा ना होना पड़े।
बहुत परेशान मेरा दिल आज है
बता मेरे गुस्से का क्या इलाज है !
थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादान हो
तुम मगर जैसे भी हो मेरी जान हो तुम ।
खुद की कमियों पर गुस्सा करना सिखिए,
आपका व्यक्तित्व निखरता चला जायेगा.
गुस्से से गया शख्स वापिस आ जायेगा,
खामोशी से गया शख्स वापिस नहीं आएगा।
कैसे कह दें कि उनके कुछ नहीं लगते हम,
उनके गुस्से पर आज भी हमारा ही हक है।
वैसे तो बहुत अच्छा हूं मै ,
सिर्फ गुस्सा ना आने तक ।
प्यार लफ़्ज़ों में नहीं होता, दिल में होता है,
और गुस्सा दिल मे नहीं, लफ़्ज़ों में होता है।
बेवजह किसी पर गुस्सा ना करना ऐ दोस्त,
सुना है अक्सर रिश्ते बिखर जाया करते हैं।
जो हमेशा गुस्से में रहे उसे छोड़ना जरूरी है
ऐसे मूर्ख इंसान का घमंड तोड़ना जरूरी है !
कैसे कह दें कि उनके कुछ नहीं लगते हम,
उनके गुस्से पर आज भी हमारा ही हक है।
गुस्सा बहुत चतुर होता है ,
अक्सर कमजोर पर ही निकलता है ।
रूबरू था कोई शख्स आइने में मुझसे,
गुस्से में मुझे देखकर वो रोने लग गया।
गुस्सा आना सबके लिए जरुरी हैं पर उसे
निकालना कहा हैं ये समझना ज्यादा जरुरी हैं.
बेपनाह मोहब्बत का एक ही उसूल है,
मिले या ना मिले, तू हर हाल मे कबूल है।
तुम को आता है प्यार पर ग़ुस्सा
मुझ को ग़ुस्से पे प्यार आता है !
मोहब्बत में शक और गुस्सा वो ही करता है ,
जो कभी भी तुम्हे खोना नही चाहता ।
गुस्से में कभी इतना रायता ना फैलाओ ,
की चाहकर भी उसे सिमेट ना पाओगे ।
मैंने उसे एक नहीं दो ताजमहल दिए,
और उसने गुस्से में दोनों तोड़ दिए।
मेरा गुस्सा वही पर खत्म हो जाता है जहाँ ,
प्यार से वो पगली बोलती है “ Sorry बाबा Sorry ”.
तुम्हारे चेहरे पर गुस्सा देख कर ना जाने
क्यूँ, तुम पर और भी प्यार आता हैं।
तुम जब गुस्सा हो जाते हो तो ऐसा लगता है,
जैसे मनाते-मनाते पूरी ज़िन्दगी गुजर जाएगी।
खुद की कमियों पर गुस्सा करना सिखिए ,
आपका व्यक्तित्व निखरता चला जायेगा ।
कुछ लोग इतने कमाल होते है ,
कि बिन वजह गुस्से से लाल होते है ।
आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा ,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे ।
मैं बदला नहीं, बस आजकल अंदाज सही है,
ख़ामोश रहता हूँ पर गुस्से का मिजाज वही है।
जो समस्या का हल ढूंढते है, वो क्रोध नही करते है,
और जो समस्या का हल नहीं ढूंढते है, वो क्रोध करते है।
मुझ से नफरत वाजिब है तुम्हे
ये न करोगे तो मोहब्बत हो जायेगी !
थोड़े गुस्से वाली थोड़ी नादान हो तुम ,
पर जैसी भी हो मेरी जान हो तुम ।
जिन्हें गुस्सा आता हैं वो लोग सच्चे होते है,
मैंने झूठो को अक्सर मुस्कराते हुए देखा है।
तुम्हारे चेहरे पर गुस्सा देख कर ना जाने
क्यूँ, तुम पर और भी प्यार आता हैं।
तुम्हे गुस्सा करने का हक़ है मुझ पर नाराजगी में,
ये मत भूल जाना कि हम बहुत प्यार करते है तुमसे।
गुस्से और आंधी से होने का नुकसान ,
इनके थम जाने के बाद नजर आता है ।
गुस्सा बहुत आता है जब काबू में नहीं होता है,
जब नुकसान होता है तो दुख बहुत होता है।
तुझे गुस्सा दिलाना एक साजिश हैं मेरी
तेरा रूठ कर मुझपर यूँ हक़ जताना, अच्छा लगता हैं।
ये जो मेरे गुस्से को भी मुस्कुराहट में बदल देते हो,
बस यही वजह कि तुम दिल को इतना भाते हो।
तुम्हारा गुस्सा भी इतना प्यारा है कि
दिल करता है तुम्हे दिन भर तंग करते रहे ।
कभी-कभी खुद पर ही गुस्सा आ जाता है ,
कि मुझे इतना गुस्सा क्यो आता है ।
गुस्से के कुछ अलग स्वभाव है मिनटो
मे यह सबके भाव बदल देता है.
ये जो मासूम लोग होते है न ,
वो गुस्से में भी रोने लगते है ।
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