अक्सर आपने RTO के बारे में सुना होगा। लेकिन आप RTO की फुल फॉर्म के बारे में नहीं जानते होंगे। कोई बात नहीं, आज की post मे आप rto के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। आइए RTO के बारे में पोस्ट की शुरुआत करते हैं।
RTO Full Form in Hindi – आर टी ओ की फुल फॉर्म क्या है ?
आरटीओ को अंग्रेजी में Regional Transport Office कहते हैं। इसको हिंदी में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय बोला जाता है। हर राज्य में transport agency होती है। जो vehicle registration,driver licence,road tax collection का काम करती है।
जब भी कोई गाड़ी रोड पर चलती है तो उसको permit लेना पड़ता है। यह परमिट RTO ही देता है। RTO इसके अलावा यातायात नियमों के पालन करवाने हेतु भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आपने अक्सर traffic police द्वारा चालान काटते हुए देखा होगा। यह चालान RTO द्वारा ही लगाया जाता है। क्योंकि जब भी आप traffic rules का उल्लंघन करते हैं, तो आरटीओ आपका चालान काटता है।
RTO किस अधिनियम के तहत काम करता है ?
भारत में RTO मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत काम करता है। अगर बात की जाए, तो भारत में सबसे ज्यादा पैसे वाला विभाग RTO होता है। जिसमें बहुत सारा भ्रष्टाचार भी होता है।भारत में अलग-अलग राज्यों के RTO code होते हैं। जिनके बारे में आपको नीचे जानकारी दी जा रही है ।
RTO Locations | RTO code |
Jammu and Kashmir | JK |
Himachal Pradesh | HP |
Ladakh | LD |
Punjab | PB |
Uttarakhand | UK |
Haryana | HR |
Uttar Pradesh | UP |
Bihar | BR |
Jharkhand | JH |
Chhattisgarh | CH |
Madhya Pradesh | MP |
Rajasthan | RJ |
Delhi | DL |
Gujarat | GL |
Maharashtra | MH |
Goa | GO |
Karnataka | KR |
Tamilnadu | TN |
Kerala | KR |
Andhra Pradesh | AP |
Telangana | TL |
Odisha | OD |
West Bangal | WB |
Arunachal Pradesh | AR |
Assam | AS |
Meghalay | ME |
Manipur | MN |
Mizoram | MZ |
Tripura | TR |
Nagaland | NG |
RTO क्या क्या काम करता है?
आरटीओ यातायात से संबंधित बहुत सारे काम करता है। जिसके बारे में विस्तार से जानकारी आपको नीचे दी जा रही है।
- आरटीओ प्रत्येक नागरिक को driving licence उपलब्ध कराता है। यानी आप बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी नहीं चला सकते। अगर आप बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी चलाते पकड़े जाएंगे, तो आप पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। जिसमें जुर्माने के साथ जेल भी जाना पड़ सकता है।
- आरटीओ के द्वारा वाहनों की चेकिंग की जाती है। क्योंकि कई बार vehicle registration नहीं होता है। ऐसे फर्जी वाहनों को आरटीओ जब्त करता है और वाहन मालिक के खिलाफ कार्रवाई करता है।
- जब भी आप कोई नई गाड़ी लेते हैं। तो उसमें registration करवाना पड़ता है। यह रजिस्ट्रेशन आरटीओ के द्वारा ही किया जाता है। बिना रजिस्ट्रेशन के आप गाड़ी नहीं चला सकते।
- कुछ लोग car registration करवाते समय VIP number लेना चाहते हैं। उसके लिए आपको RTO ऑफिस में अलग से फीस देनी पड़ती है। तभी आपको VIP number दिया जाता है।
- आपने गाड़ियों की name plate सफेद और पीले कलर की देखी होगी। सफेद कलर की नेम प्लेट आप पूरे भारत में कहीं भी ले जा सकते हैं। जबकि पीले कलर की name plate भाड़े पर चलती है। यानी यह टैक्सी में आती है। इसलिए इसके परिवहन का दायरा कुछ जगहों पर ही होता है। RTO चेकिंग करता है कि यह गाड़ी सही जगह पर ही परिवहन करें। नहीं तो ऐसी गाड़ियों का चालान काट दिया जाता है।
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FAQ
Ans : आरटीओ को अंग्रेजी में Regional Transport Office कहते हैं। इसको हिंदी में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय बोला जाता है।
अंतिम शब्द
उम्मीद है की आपको RTO की फुल फॉर्म के बारे में पता चल गया होगा और अगर आपको RTO के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गयी होगी तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर करे और कोई सवाल है तो निचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है ।